वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे, पर दुःखे उपकार करे तोये, मन अभिमान न आणे रे आज से दो दिन पहले गणेश वैष्णव केकडी अजमेर से अपने परिवार के साथ ज्योतिर्लिंग ओकारेश्वर देव दर्शन के लिए निकले थे लगभग 600 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद पिथमपुर एमपी पहुंचे और वहा उनकी गाड़ी सुबह लगभग 4 बजे खराब हो गई, वो वहां किसी को जानते भी नहीं थे, फिर उन्हें सोशल मीडिया से पता चला की महेश बैरागी पिथमपुर से है, उन्होंने सोशल मीडिया से उनका नंबर पता किया और उनको सुबह 5 बजे फोन किया, और महेश बैरागी मात्र 10 मिनट में उनके पास पहुंच गए, महेश बैरागी ने उन्हें अपनी गाड़ी मे बिठाया और साथ ले गए जहा उनको चाय नाश्ता करवाया और अपनी स्वयं की गाड़ी ड्राइवर के साथ उपलब्ध करवाई और उनको ज्योतिर्लिंग के देव दर्शन के लिए रवाना किया | वापसी में उनको आने के बाद सप्रेम भोजन भी करवाया और उनकी गाड़ी को भी ठीक करवा कर रखा | गणेश वैष्णव ने उनका बहुत आभार व्यक्त किया और अजमेर के लिए रवाना हो गए ,........ आपकी जानकारी के लिए आपको बता दे की गणेश वैष्णव इसके पहले कभी भी महेश बैरागी से नहीं मिले थे | सच्चा वैष्णव वही है, जो दूसरों की पीड़ा को समझता हो, दूसरे के दु:ख पर जब वह उपकार करे, तो अपने मन में कोई अभिमान ना आने दे। वैष्णव टीवी न्यूज़, 21 मार्च 2019
Uploded : 08:47 AM 22 Mar 2019