*श्री वासुदेवाचार्यजी महाराज* के आदेशानुसार दिनॉक 29को देवझुलनी अकादमी के कारण कार्यक्रम में ससोधन किया गया है जो आज दिनॉक 30/8/2020 रविवार को सम्पूर्ण हुआ। *बहुमान्य गौत्रावली का विमोचन 30 अगस्त को झीतड़ा में* *जोधपुर*। वैष्णव समाज की बहुमान्य गौत्रावली का विमोचन 30 अगस्त को पाली जिले के झीतड़ा गांव में द्वाराचार्य *श्री वासुदेवाचार्यजी महाराज* के करकमलों से हो चुकी है। *‘‘अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (चतुःसं.) समाज श्री वैष्णव ब्राह्मण दीपिका दर्शनम्’’* नाम से यह पुस्तक अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण महासभा अजमेर, वैष्णव ब्राह्मण शोध संस्थान एवं पुस्तकालय, अहमदाबाद, वैष्णव प्रकाशन समिति, शोभागपुरा, उदयपुर एवं श्री चतुः सम्प्रदाय वैष्णव ब्राह्मण समाज, गुलाबसागर, जोधपुर द्वारा प्रकाशित की गई। श्री च.सं.वै.ब्रा. समाज, गुलाबसागर, जोधपुर के उपाध्यक्ष एवं अ.भा. वै.ब्रा. महासभा, अजमेर के प्रदेश सचिव *श्री राजन वैष्णव* के संयोजन में प्रकाशित इस पुस्तक में *36+12+2+2*, अर्थात् चार सम्प्रदाय बावन द्वारा की गौत्रावली एवं उनके बारे में तथ्यात्मक स्पष्टीकरण विस्तार से प्रकाशित किया गया है। उल्लेखनीय है कि लगभग 46 वर्षों से अजमेर महासभा एवं श्री के.सी. वैष्णव की अलग-अलग गौत्रावलियां समाज में प्रचलित थी, जिन पर समाज में भ्रामक स्थिति बनी हुई थी। अब यह गौत्रावलियां एक रूप होकर सम्पूर्ण समाज के सम्मुख प्रस्तुत की गई है। राजन वैष्णव ने बताया कि इस पुस्तक में प्रकाशित गौत्रावली को चारों सम्प्रदायाचार्य, अनेक द्वाराचार्यों के साथ वैष्णव समाज के अनेक राष्ट्रीय, क्षेत्रीय संगठनों के सहित विद्वानों की सहमति प्राप्त है। आशा है इस पुस्तक से समाज में गौत्रावली के बारे में व्याप्त भ्रांतियां दूर होगी तथा वैष्णव समाज को इसका लाभ प्राप्त होगा। 30अगस्त को झीतड़ा में आयोजित समारोह में जैतारण के *श्री बाबूलाल वैष्णव* द्वारा लिखित *‘श्री कुबा चरित्र सागर’* पुस्तक का विमोचन भी किया गया। यह समारोह कोरोना गाईड लाईन के अनुसार सीमित व्यक्तियों के बीच सादगीपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया।
Uploded : 01:15 PM 30 Aug 2020