समाज एकता की मिसाल बना सावरिया सेठ कार्यक्रम 20 से अधिक समाज सगठनो के पर्तिनिधियो ने की शिरकत कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अथिति श्री रामचन्द्र जी वैष्णव साहब भायंदर मुम्बई सहित सभी मंचासीन अथितियों द्वारा भगवान श्री सावरिया सेठ , जगद्गुरु रामानन्दाचार्य जी के माल्यार्पण , दिप प्रज्ज्वलन करके , लक्ष्मण जी वैष्णव वेदपाठी देवली द्वारा मंत्रोचार से किया गया। शिक्षा निधि कार्यक्रम में मंचासीन मुख्य अथिति आदरणीय रामचन्द्र जी वैष्णव भायंदर मुम्बई, हरीश जी बारवा मुम्बई ,मूलचन्द जी स्वामी जयपुर , श्याम जी अग्रावत किशनगढ़ , महंत दामोदर जी बैरागी उज्जैन रामेश्वर जी बैरागी उज्जैन , बंकट जी जयपुर , डॉ घनश्याम जी सांचोर , गोपाल जी पंकज भीलवाड़ा , केदार जी वैष्णव डारडा टोंक , उत्तम जी चित्तौड़गढ़ थिरपाल दास जी जैसलमेर , कैलाश जी ग्रेटर नोयडा दिल्ली , डिप्टी साहब गोपाल जी रामावत, प्रेम जी खेतासर जोधपुर पुरषोतम जी बेंगलोर जंगल वाले बाबा सन्त कृष्णगोपाल दास जी गुलाबपुरा सहित समाज के विभन्न सगठनो से जुड़े काफी गणमान्य प्रतिनिधियो ने मंच की शोभा बढ़ाई । वैष्णव महिला शक्ति के प्रतिनिधि मन्जू जी जयपुर , कौशल्या जी हरिद्वार , चांदा देवी जी किशनगढ़ कांता जी बैरागी सावा , गंगा जी , सहित काफी महिला शक्ति मंच पर विराजमान रही । मंचासीन अथितियों का स्वागत श्याम जी हरिद्वार , रामस्वरूप जी ठेकेदार किशनगढ़ एव शिक्षा निधि टीम के कार्यकताओ द्वारा किया गया । मंच से सम्बोधित करते हुये श्री डॉ घनश्याम जी सांचोर ने समाज में शिक्षा के प्रचार प्रसार पर जोर दिया । हरीश जी बारवा मुम्बई ने अपने सम्बोधन में में शिक्षा निधि की जानकारी दी ।समाज के हर परिवार को शिक्षा निधि में सहयोग का आह्वान करते हुये प्रतिभावान जरूरत मन्द बच्चों की शिक्षा में मदद की अपील की। श्याम जी अग्रावत किशनगढ़ ने शिक्षा निधि के कार्यो की सराहना करते हुये , शिक्षा निधि के लिये हर सम्भव मदद की घोषणा की । गोपाल स्वरूप् जी पंकज भीलवाड़ा ने समाज पहले सगठन बाद में बताते हुये शिक्षा निधि के सकल्प की सराहना की और बताया की समाज हित के अच्छे कार्यो के लिये वो हमेशा साथ ह । जिस पर पंडाल में जोरदार तालियो की गूंज सुनाई दी । कार्यक्रम के मुख्य अथिती आदरणीय रामचन्द्र जी भायंदर मुम्बई ने शिक्षा निधि में एक लाख रूपये के सहयोग की घोसना की । कार्यक्रम के भोजन अंतराल के बाद द्वितीय सत्र शुरू हुआ । इस सत्र में जंगल वाले बाबा सन्त कृष्णगोपालदास जी गुलाबपुरा ने भी अपने क्रन्तिकारी वचनो से समाज को सम्बोधित किया जिसकी शुरुआत में सभी गणमान्य अथितियों को श्याम जी और रामस्वरूप जी द्वारा सावरिया जी की तस्वीर भेट करके सम्मान किया गया । समाज की सभी मासिक पत्रिकाओ के सम्पदको लेखको का भी सम्मान किया गया । प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में समाज की 120 से ज्यादा प्रतिभाओ को सम्मानित करके उनको प्रोत्सहित किया गया । इस मोके पर काफी लोगो ने शिक्षा निधि में अपना आर्थिक सहयोग जमा कराकर आयोजक टीम का होसला बढ़ाया । जैसलमेर से पधारे थिरपाल दास जी ने वैष्णव बैरागी समाज की प्राचीन सभ्यता सन्स्क्रति से सबका परिचय कराते हुये हमारे आचार्यो द्वारा बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया । समाज के जन पर्तिनिधियो के सम्मान के साथ ही कार्यक्रम में सहयोगी रही सभी संस्थाओ और व्यक्तियो का सम्मान किया गया । स्थानीय मेवाड़ शिक्षा निधि टीम वैष्णव युग निर्माण टीम वैष्णव युवा संस्थान चित्तोड़ वैष्णव युवा शक्ति वैष्णव युवा परिषद टीम के सभी सदस्यों का सम्मान किया गया । रात्रि में वैष्णव समाज के ख्याति प्राप्त गायक कलाकार नरेश जी बेंगलोर , मुकेश जी नीमच सहित पूरी टीम ने भजन सरिता प्रहावित की । एक से बढ़कर एक भजन सावरिया जी के दरबार में गाये गए । दूसरे दिन के प्रथम सत्र में वैष्णव युग निर्माण टीम के द्वारा वैष्णव संस्कार शिविर भव्य युवक युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया ।भोजन अंतराल के बाद मातृ शक्ति सम्मेलन मेल मिलाप कार्यक्रम का आयोजन भी सराहनीय रहा । इस कार्यक्रम में महिला शक्ति की भी बराबर की उपस्थिति रही । राजस्थान के सभी जिलो से विभिन्न सगठनो से जुड़े पदाधिकारी अपनी पूरी टीम के साथ पधार कर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की । जयपुर से पधारे विभिन्न सगठनो से जुड़े 200 से ज्यादा समाज बन्धुओ की गरिमामय उपस्थिति रही । इस कार्यक्रम में दिल्ली महारास्ट्र कर्नाटक आंध्रप्रदेश गुजरात उत्तराखण्ड से भी लोगो ने प्रतिनिधित्व किया । कार्यक्रम में आवास भोजन अल्पाहार की उत्तम व्यवस्था को सभी बन्धुओ ने सराहा । वैष्णव शिक्षा निधि वैष्णव युग निर्माण और मेवाड़ शिक्षा निधि टीम स्थानीय सगठनो से जुड़े युवा कार्यकर्ताओ की जितनी तारीफ की जाये उतनी कम ह । सभी युवा और महिला शक्ति ने कार्यक्रम को सफल बनाने में पुरजोर ऊर्जा लगा दी । इस पुरे कार्यक्रम में अशोक जी निम्बाहेड़ा , ओम जी शम्भुपुरा, कांता जी सावा , मन्जू जी जयपुर ,उत्तम जी चितोडगढ़ , कान जी बानसेन , अर्जुन जी सावलिया , कैलाश जी परतापनगर , पुरषोतम जी बेंगलोर , नरेश जी उदयपुर , दुर्गादास जी जोधपुर , राजेश जी जावद, परमेश्वर केकड़ी का उल्लेखनीय योगदान रहा । अशोक जी निम्बाहेड़ा का मंच सञ्चालन प्रभावी रहा । और अंत में श्याम जी हरिद्वार और रामस्वरूप जी ठेकेदार की समाज और शिक्षा के प्रति मेहनत और लग्न देखते बनती ह । इनकी प्रंशसा के लिये शब्द भी कम पड़ते ह ।
Uploded : 08:23 AM 31 Jan 2018