.लोक रंगकर्म के लिये हेमंत वैष्णव संगीत नाटक अकादमी के युवा पुरस्कार से सम्मानित ----------------------------------------------------------------------------------------------- 14 सितम्बर 2018 को देश के 31 युवाओं को संगीत नाटक अकादमी, नयी दिल्ली द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। यह सम्मान मेघालय की राजधानी शिलाँग में आयोजित एक भव्य समारोह में मेघालय के राज्यपाल श्रीयुत् तथागत राय द्वारा संगीत नाटक अकादमी, नयी दिल्ली की ओर से प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता की संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष श्री शेखर सेन ने। इन 31 युवाओं में छत्तीसगढ़ के श्री हेमन्त वैष्णव और श्री राकेश तिवारी भी सम्मिलित हैं, जिन्हें लोक रंगकर्म (फोक थियेटर) के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये "उस्ताद बिस्मिल्लाह खान राष्ट्रीय युवा पुरस्कार (2017)" से नवाजा गया। उल्लेखनीय है कि यह सम्मान राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी, नयी दिल्ली द्वारा देश के उत्कृष्ट युवा कलाकारों को दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च सम्मान है। श्री राकेश तिवारी द्वारा लिखित और निर्देशित छत्तीसगढ़ी नाटक "राजा फोकलवा" में मुख्य किरदार निभाने वाले हेमन्त वैष्णव लम्बे समय से थियेटर से जुड़े हुए हैं। सन् 2002 से अब तक इस नाटक के राज्य और राज्य से बाहर भी कुल मिला कर 121 मंचन हो चुके हैं। हेमन्त इस नाटक से इसकी शुरुआत के साथ यानी 2002 से जो जुड़े तो अब तक निरंतरता बनी हुई है। इस नाटक का मंचन दिनांक 17 सितम्बर 2018 को शिलांग के "यू सोसो थाम ऑडिटोरियम" में होगा। उल्लेखनीय है कि इस नाटक में संगीत भी इसके लेखक और निर्देशक राकेश तिवारी ने ही दिया है। श्री राकेश तिवारी छत्तीसगढ़ी गीतों के एक सुमधुर और सुप्रसिद्ध गायक भी हैं। हेमंत वैष्णव द्वारा "राजा फोकलवा" के अतिरिक्त "महराज ढलँग गे", "लछनी", "सगा-पहुना", "निन्यान्बे के चक्कर", "हमर छत्तीसगढ़", "स्वच्छता-दूत", "किलकारी", "एक सतरंगी मुस्कान" "मड़ई 99" और "गजराज हाजिर" शामिल हैं। उन्होंने इसके अलावा भी कला के क्षेत्र में निम्नानुसार योगदान किया है : 01-ग्रीष्मकालीन बाल नाट्य शिविरों में छत्तीसगढ़ी लोकनाट्य, लोक नृत्य-गीत शिविर में प्रशिक्षण एवं उनका संचालन, 02-हिन्दी नाटकों में अभिनय : श्री राजकमल नायक के निर्देशन में विश्व प्रसिद्ध कवियों की कविताओं का मंचन, "कविता का रंग-व्यवहार", डॉ. कुंजबिहारी शर्मा के निर्देशन में "औलिस में इफिजिनिया", श्री शीतल शर्मा के निर्देशन में "आर्यावर्त"। नाट्य़-संगीत-निर्देशन : "कलाकार की कहानी", "ठनठनपाल", "गिरगिट", सूर्यग्रहण" "राजा के सपना", "विट्ठल तो आला रे आला", "कंजूस दानीराम"। वे 6 वर्षों तक आकाशवाणी केन्द्र, रायपुर (छत्तीसगढ़) से युववाणी कार्यक्रम में नैमेत्तिक कम्पेयर के रूप में जुड़े रहे हैं। उन्होंने आकाशवाणी केन्द्र, रायपुर के लिये छत्तीसगढ़ी में धारावाहिकों का भी लेखन किया है। वे धारावाहिक हैं, सामुदायिक स्वास्थ्य पर आधारित "कहत हे मितानिन" (16 कड़ियाँ), विज्ञान प्रसार, भारत सरकार के लिये छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक संसाधन पर आधारित धारावाहिक "हमर सम्पदा" (13 कड़ियाँ), भारत सरकार की पंचायती राज योजना पर "योजना के बात" (13 कड़ियाँ)। दूरदर्शन रायपुर केन्द्र के लिये लिखित नाटक "छोटे दाऊ", "डिजोगा बाबा", "भिखारी डायरेक्टर" "आधा-आधा" एवं 30 से अधिक टेलीफिल्म, नाटकों के साथ-साथ एक भोजपुरी फिल्म में भी अभिनय। इसके अतिरिक्त उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, अंधविश्वास, स्वच्छता जागरुकता अभियान हेतु अनेक राज्य स्तरीय शिविरों के लिये गीत एवं नाटकों का लेखन एवं निर्देशन भी किया है। हेमंत वैष्णव मेरे अनुज और अंचल के ख्यातिप्राप्त लोकचित्रकार श्री खेम वैष्णव की पुत्री (और मेरी भतीजी) सुश्री लतिका वैष्णव के पति हैं। लतिका स्वयं भी बस्तर के लोकचित्र विधा की स्थापित लोकचित्रकार हैं। हम सभी की ओर से हमारे जामाता हेमन्त को इस अवसर पर गाड़ा-गाड़ा बधाई।
Uploded : 04:40 PM 24 Sep 2018