जोधपुर। पाली से करीब 32 कि.मी. की दूरी पर आबाद खौड़ ग्राम स्थित ‘श्री नृसिंह द्वारा’ वैष्णव/रामावत सम्प्रदाय से संबद्ध रामरावली गौत्र की ‘द्वारा पीठ’ हैं। इस पीठ पर वर्तमान में श्री नवलकिशोराचार्य जी महाराज पीठाधीश्वर हैं। चूंकि मैं स्वयं रामरावली गौत्र से हूं एवं वर्षो के बाद सपरिवार ‘खौड़ नृसिंह द्वारा पीठ’ जाना हुआ, भगवान श्री नृसिंह के दर्शन बाद पीठाधीश्वर श्री नवल किशोराचार्य जी महाराज से मिला/उनकी चरण वंदना की तथा जरूरी भेंट पूजा पश्चात आशीर्वाद लिया। करीब 550 वर्ष पुराने श्री नृसिंह द्वारा के मौजूृदा स्वरूप सहित बेहतरी के लिए प्रस्तावित योजनाओं को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई। ज्ञातव्य रहें, राजस्थान में पाली जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 14 पर जैतपुरा चौराहा से 6 कि.मी. व रानी रेलवे स्टेशन से 30 कि.मी. दूर तथा जवाली रेलवे स्टेशन से 8 कि.मी. एवं पाली जिला मुख्यालय से करीब 32 कि.मी. दूर ‘खौड़’ गांव स्थित हैं। मान्यता हैं कि करीब 850 वर्ष पूर्व इस ग्राम की पहचान ‘करणपुरा’ नाम से थी। उस समय यहां पर बहुत कम घरों की बस्ती थी। एक बार गांव में अकाल पडा। लोगों ने पीने के पानी के लिए भगवान शंकर की नदी के किनारे बैठकर पूजा-अर्चना व प्रार्थना की और सबने मिलकर कुआं खोदना प्रारंभ किया। भगवान शंकर की कृपा से कुएं से खांड (शक्कर) के समान मीठा पानी प्राप्त हुआ, जिसके फलस्वरूप खुदे हुए कुएं का नाम ‘महादेवजी का वेरा’ तथा गांव का नाम ‘खांड’ जो आगे जाकर ‘खौड़’ में परिवर्तित हो गया। (घनश्याम डी रामावत, Journalist/Jodhpur)
Uploded : 07:28 PM 27 Aug 2020